जानिए Ullu App owner vibhu agarwal कौन हैं, कैसे उन्होंने IIT कानपुर से पढ़ाई कर करोड़ों की कमाई की, और क्यों केंद्र सरकार ने उनके ऐप को बैन किया। पढ़ें उनकी पूरी प्रोफाइल और विवाद।
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लखनऊ से शुरू हुआ सफर: कौन हैं – Ullu App owner vibhu agarwal
Ullu App के मालिक विभु अग्रवाल का जन्म उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ। उन्होंने भारत के प्रतिष्ठित संस्थान IIT कानपुर से बीटेक किया। इसके बाद उन्होंने जापान से एमबीए और अमेरिका से पीएचडी की पढ़ाई पूरी की। वे बचपन से ही तेज़ दिमाग और व्यापारिक सोच के लिए जाने जाते थे।
1995 में पहला बिजनेस: स्टील इंडस्ट्री से शुरुआत
साल 1995 में विभु अग्रवाल ने जेपीको इंडिया के नाम से एक स्टील कंपनी शुरू की जो TMT बार्स बनाती थी। यह बिजनेस उन्होंने एक छोटे से गांव से शुरू किया, लेकिन कुछ ही सालों में यह उत्तर भारत की सफलतम कंपनियों में शामिल हो गया।
टेक्नोलॉजी और मीडिया में कदम: Ullu App की शुरुआत
स्टील इंडस्ट्री में सफलता के बाद विभु अग्रवाल ने टेक्नोलॉजी सेक्टर में इन्वेस्ट किया और फिर पहुंचे मीडिया व एंटरटेनमेंट की दुनिया में।
🎬 Ullu App launch date
वर्ष 2018 में विभु अग्रवाल ने Ullu App लॉन्च किया। यह एक OTT प्लेटफॉर्म था जो बोल्ड और सॉफ्ट पॉर्न कंटेंट के लिए जाना जाता है। इस ऐप पर सीरीज, फिल्में और वेब शो खास वयस्क दर्शकों को ध्यान में रखकर बनाए जाते थे।
कैसे कमाया करोड़ों का मुनाफा?
5 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूजर्स
सब्सक्रिप्शन 10 दिन से 1 साल तक के विकल्पों में
FY2024 में ₹100 करोड़ का रेवेन्यू
₹15.14 करोड़ का नेट प्रॉफिट
Ullu App के मालिक विभु अग्रवाल ने इस प्लेटफॉर्म से सिर्फ 7 सालों में अरबों की संपत्ति अर्जित कर ली।
बैन की वजह: केंद्र सरकार की सख्ती
हाल ही में केंद्र सरकार ने IT Act, 2000 और अन्य कानूनों के उल्लंघन के तहत Ullu, ALT Balaji, BigShots, Desiflix जैसे 25 ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया।
सरकार का कहना है कि ये ऐप्स अश्लीलता फैलाने और समाज को भ्रमित करने का काम कर रहे थे।
Ullu App owner vibhu agarwal की प्रतिक्रिया
विभु अग्रवाल ने इंटरव्यू में कहा था कि यदि सरकार द्वारा सेंसरशिप लागू होती है, तो वे उसे सरकारी नियमों के अनुसार मानेंगे। परन्तु उन्होंने यह भी जिक्र किया कि नियम स्पष्ट और निरंतर होने चाहिए ताकि बाद में कंटेंट हटाने को लेकर विवाद न हो। इससे स्पष्ट है कि वे नियामक कार्रवाई का समर्थन करते हैं जब वह साफ़ और लागू होने योग्य हो।
बाल अधिकार आयोग की नाराजगी
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने Ullu App के कंटेंट को बाल-मनोविज्ञान के लिए खतरनाक बताया था। इसके बाद से ही इस ऐप को लेकर विवाद बढ़ते गए और आखिरकार सरकारी कार्रवाई हुई।
अन्य ऐप्स: अतरंगी और हरी ओम
Ullu App की सफलता के बाद विभु अग्रवाल ने:
Atrangi App लॉन्च किया – सामान्य वेब सीरीज़ के लिए
Hari Om App – धार्मिक और पौराणिक कंटेंट के लिए
लेकिन उनके मुख्य प्रोजेक्ट Ullu App के कारण ही उन्हें सबसे ज्यादा लोकप्रियता और विवाद मिला।
चैरिटेबल पहल: श्री जय प्रकाश ट्रस्ट
बिजनेस के अलावा विभु अग्रवाल ने “श्री जय प्रकाश चैरिटेबल ट्रस्ट” की भी स्थापना की। यह ट्रस्ट गरीबों की शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए काम करता है।
निष्कर्ष: क्या एक कंटेंट की आज़ादी का दुरुपयोग था?
Ullu App के मालिक विभु अग्रवाल ने टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग के दम पर एक ऐसा प्लेटफॉर्म खड़ा किया, जिसने अरबों में खेला। लेकिन कंटेंट की सीमा लांघने और अश्लीलता को बढ़ावा देने के आरोपों के चलते आज उनका सबसे बड़ा प्रोजेक्ट सरकारी बैन की भेंट चढ़ गया।
आपकी राय?
Ullu App owner vibhu agarwal
क्या आपको लगता है कि Ullu App जैसा कंटेंट समाज को गलत दिशा दे रहा था? या क्या ये क्रिएटिव फ्रीडम पर हमला है?
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