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2 मासूम बच्चों को जिंदा जलाया – बेड पर मिले बचो के जले हुए शव “पटना में हैवानियत की हद

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2 मासूम बच्चों को जिंदा जलाया- पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र की सनसनीखेज वारदात ने पूरे शहर को हिला दिया। जानिए पूरी घटना, जांच का हाल और पुलिस की कार्रवाई।


पटना में खौफनाक वारदात: 2 मासूम बच्चों को कमरे में बंद कर जिंदा जलाया गया

बिहार की राजधानी पटना से आई ये खबर आपके रोंगटे खड़े कर देगी। जानीपुर थाना क्षेत्र में दो मासूम बच्चों — 14 वर्षीय अंजलि कुमारी और 12 वर्षीय अंशु — को घर में घुसकर कमरे में बंद कर जिंदा जला दिया गया। इस नृशंस वारदात ने न सिर्फ पटना, बल्कि पूरे बिहार को झकझोर दिया है।

बिहार मे 2 बचे जिंदा जलाने की घटना

2 मासूम बच्चों को जिंदा जलाया – घटना का स्थान और पीड़ित परिवार की स्थिति

बच्चों को कमरे में बंद कर जलाया गया

घटना उस समय हुई जब दोनों बच्चे स्कूल से लौटकर अपने घर में आराम कर रहे थे। उस वक्त घर में कोई बड़ा मौजूद नहीं था। बच्चों के पिता ललन गुप्ता सचिवालय में प्राइवेट नौकरी करते हैं और मां AIIMS में सुरक्षाकर्मी हैं।

2 मासूम बच्चों को जिंदा जलाया

घर से अचानक धुएं का गुबार उठता देख मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही जानीपुर थाना की पुलिस और फुलवारी शरीफ SDPO दीपक कुमार घटनास्थल पर पहुंचे।

पुलिस जांच और प्रारंभिक निष्कर्ष

2 मासूम बच्चों को जिंदा जलाया – 2 मासूम बच्चों को जिंदा जलाया- पुलिस की प्रारंभिक जांच से यह साफ है कि यह कोई हादसा नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश थी। अज्ञात अपराधियों ने बच्चों को कमरे में बंद कर आग लगाई, जिससे दोनों की दर्दनाक मौत हो गई।

घटनास्थल से पुलिस ने कई अहम सुराग जुटाए हैं। पूरे घर की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट हो जाएगा कि बच्चों की मौत कैसे हुई — दम घुटने से या जलने से।

स्थानीय लोगों में आक्रोश और तनाव

2 मासूम बच्चों को जिंदा जलाया – जैसे ही घटना की खबर फैली, बड़ी संख्या में स्थानीय लोग घर के बाहर इकट्ठा हो गए। हर कोई सदमे में है और अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। इलाके में तनाव का माहौल है, और पुलिस ने वहां अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है।

स्थानीय समाजसेवियों और संगठनों ने इस घटना को ‘निर्ममता की हद’ बताया है और सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

क्या कहती है पुलिस?

2 मासूम बच्चों को जिंदा जलाया – फुलवारी शरीफ SDPO दीपक कुमार ने मीडिया को बताया:

“यह एक सुनियोजित और जघन्य अपराध है। हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं। आरोपियों की पहचान की जा चुकी है, और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”

पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या परिवार की किसी से पुरानी रंजिश थी, या किसी अन्य वजह से बच्चों को निशाना बनाया गया।

अनसुलझे सवाल और जांच की दिशा

2 मासूम बच्चों को जिंदा जलाया – क्या यह व्यक्तिगत दुश्मनी थी?

क्या कोई घरेलू विवाद कारण बना?

बच्चों को ही क्यों निशाना बनाया गया?

क्या घटना से पहले किसी ने कोई धमकी दी थी?

इन सवालों के जवाब तलाशने में पुलिस जुटी है। घटनास्थल पर मौजूद CCTV फुटेज खंगाली जा रही है, और इलाके के लोगों से पूछताछ जारी है।

फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार

घटनास्थल से जो भी सामान बरामद हुआ है — जैसे जली हुई चादरें, दरवाजों की स्थिति, फ्यूल की गंध — उसे फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। इससे साफ होगा कि आग लगाने में किस पदार्थ का इस्तेमाल किया गया और कितनी देर में आग फैली।

परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

2 मासूम बच्चों को जिंदा जलाया- बच्चों की मां और पिता की हालत बेहद खराब है। उनका कहना है कि न तो उन्होंने किसी से दुश्मनी की और न ही किसी से कोई विवाद था। “हमें नहीं पता हमारे बच्चों के साथ ऐसा क्यों हुआ…,” पिता ललन गुप्ता की आवाज टूट गई।

सरकारी प्रतिक्रिया और न्याय की मांग

इस घटना ने बिहार सरकार को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। विपक्षी दलों ने इसे राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल बताया है और पीड़ित परिवार को मुआवजा और सुरक्षा देने की मांग की है।

राज्य सरकार ने भी जांच में तेजी लाने और अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने का भरोसा दिया है।


निष्कर्ष: कब रुकेगा मासूमों पर यह कहर?

पटना की यह घटना केवल एक अपराध नहीं है, यह हमारी सामाजिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर करारा तमाचा है। क्या मासूम बच्चे अब अपने घर में भी सुरक्षित नहीं हैं? यह सवाल हर मां-बाप के मन में डर और चिंता का कारण बन रहा है।

जिम्मेदारों को पकड़ना, उन्हें कठोर सजा दिलाना और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकना ही इस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

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Author

  • A.P.S Jhala

    मैं A.P.S JHALA, "Kahani Nights" का लेखक, हॉरर रिसर्चर और सच्चे अपराध का कहानीकार हूं। मेरा मिशन है लोगों को गहराई से रिसर्च की गई डरावनी और सच्ची घटनाएं बताना — ऐसी कहानियां जो सिर्फ पढ़ी नहीं जातीं, महसूस की जाती हैं। साथ ही हम इस ब्लॉग पर करंट न्यूज़ भी शेयर करेंगे ताकि आप स्टोरीज के साथ साथ देश विदेश की खबरों के साथ अपडेट रह सके। लेखक की लेखनी में आपको मिलेगा सच और डर का अनोखा मिश्रण। ताकि आप एक रियल हॉरर एक्सपीरियंस पा सकें।

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