Jyoti Malhotra Spy case – हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप है। SIT की जांच में चार पाकिस्तानी ऑपरेटिव्स से संपर्क, 10 TB से अधिक डिजिटल डेटा और एन्क्रिप्टेड चैट के सबूत मिले। पढ़ें इस पूरे केस की पूरी कहानी, गिरफ्तारी से लेकर कोर्ट की कार्यवाही तक।
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Jyoti Malhotra Spy case
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आजकल हरियाणा की एक यूट्यूबर का नाम पूरे देशभर की सुर्खियों में है। ज्योति मल्होत्रा, जो कभी अपने व्लॉग्स और सोशल मीडिया कंटेंट से दर्शकों के बीच लोकप्रिय थीं, अब पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोपों में जेल की सलाखों के पीछे हैं।
उनकी गिरफ्तारी ने न सिर्फ लोगों को हैरान कर दिया, बल्कि यह सवाल भी खड़ा किया कि सोशल मीडिया की चमक-दमक में किस तरह युवा इन्फ्लुएंसर्स विदेशी खुफिया एजेंसियों के जाल में फंस सकते हैं।
आइए विस्तार से जानते हैं — ज्योति मल्होत्रा का बैकग्राउंड, गिरफ्तारी की कहानी, SIT की जांच में आए बड़े खुलासे और मौजूदा कोर्ट की स्थिति।
ज्योति मल्होत्रा कौन हैं?
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Jyoti Malhotra Spy case – ज्योति मल्होत्रा हरियाणा के हिसार जिले की रहने वाली हैं।
वह एक यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर थीं, जिनके चैनल पर लाखों व्यूज़ आते थे।
रिपोर्ट्स के अनुसार वह लाइफस्टाइल और करंट अफेयर्स जैसे विषयों पर कंटेंट डालती थीं।
उनकी पॉपुलैरिटी के चलते उन्हें लोकल लेवल पर पहचान मिली, लेकिन इसी बीच वह गलत लोगों के संपर्क में आ गईं।
गिरफ्तारी की कहानी (मई 2025)
Jyoti Malhotra Spy case – 16 मई 2025 को हरियाणा पुलिस ने उन्हें आधिकारिक रूप से गिरफ्तार किया।
ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान जासूसी
आरोप था कि वह संवेदनशील सूचनाएं पाकिस्तान तक पहुंचा रही थीं और इसके लिए उन्हें आर्थिक लाभ भी मिल रहा था।
FIR दर्ज होते ही उन्हें पहले 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया।
इसके बाद SIT ने और सबूतों की मांग की और उनकी रिमांड 4 दिन के लिए और बढ़ाई गई।
26 मई को हिसार कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत (Judicial Custody) में भेज दिया।
SIT की जांच में क्या निकला?
- डिजिटल डेटा का पहाड़
जांच एजेंसियों ने उनके पास से 10–12 टेराबाइट डेटा बरामद किया।
इसमें शामिल था:
कॉल रिकॉर्ड्स
चैट्स और वीडियो फुटेज
वित्तीय लेनदेन का रिकॉर्ड
पाकिस्तान से जुड़े संपर्कों का पूरा ट्रेल
- पाकिस्तानी एजेंट्स से सीधा संपर्क
SIT की रिपोर्ट के अनुसार, ज्योति का संपर्क कम से कम चार पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटिव्स से था।
इनमें से एक नाम एहसान-उर-रहीम उर्फ “दानिश” सामने आया, जो पाकिस्तान हाई कमीशन में कार्यरत था और भारत ने उसे “persona non grata” घोषित कर देश से बाहर भेज दिया।
- नैरेटिव वॉरफेयर का हिस्सा
पुलिस ने बताया कि ज्योति को सोशल मीडिया नैरेटिव वॉरफेयर के लिए तैयार किया जा रहा था।
यानी उन्हें ऐसा कंटेंट फैलाने के लिए इस्तेमाल किया जाना था जो भारत में पाकिस्तान समर्थक नैरेटिव बना सके।
इस तरह उन्हें “Pak Asset in the Making” यानी संभावित एजेंट बताया गया।
- एन्क्रिप्टेड चैट्स और सीक्रेट कम्युनिकेशन
SIT ने बताया कि ज्योति नियमित रूप से Telegram, Snapchat और WhatsApp जैसे प्लेटफॉर्म पर एन्क्रिप्टेड चैट करती थीं।
इन ऐप्स का इस्तेमाल वह इसलिए करती थीं ताकि भारतीय एजेंसियों की नज़र से बचा जा सके।
कोर्ट की कार्यवाही
Jyoti Malhotra Spy case – शुरुआती सुनवाई
जून 2025 में उनकी पहली जमानत याचिका खारिज कर दी गई।
इसके बाद जुलाई में भी उन्हें राहत नहीं मिली।
हाईकोर्ट का फैसला
हाईकोर्ट ने भी माना कि सबूत गंभीर हैं और फिलहाल उन्हें जमानत देना ठीक नहीं।
इसके चलते ज्योति अभी भी जेल में हैं।
90 दिन की कस्टडी और डिफॉल्ट बेल
अगस्त 2025 तक उनकी 90 दिन की कस्टडी पूरी हो रही है।
कानून के अनुसार, अगर 90 दिन तक चार्जशीट दाखिल नहीं होती तो आरोपी को डिफॉल्ट बेल मिल सकती है।
इसी वजह से SIT पर चार्जशीट दाखिल करने का दबाव है।
आरोप कितने गंभीर हैं?
SIT Chargesheet Jyoti Malhotra
Jyoti Malhotra Spy case -जांच एजेंसियों के मुताबिक, यह केस सिर्फ एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ खतरा है।
ज्योति को सोशल मीडिया के जरिए टारगेट किया गया।
उन्हें पैसों और लोकप्रियता का लालच देकर धीरे-धीरे पाकिस्तान के खुफिया नेटवर्क में शामिल किया गया।
अगर समय रहते पकड़ नहीं होती, तो वह बड़ी मात्रा में संवेदनशील सूचनाएं लीक कर सकती थीं।
परिवार और समाज की प्रतिक्रिया
Jyoti Malhotra Spy case – गिरफ्तारी के बाद से उनके परिवार ने ज्योति का समर्थन किया और कहा कि उन्हें फंसाया जा रहा है।
वहीं, पड़ोसी और स्थानीय लोग इस बात से हैरान हैं कि एक यूट्यूबर इस तरह जासूसी जैसे गंभीर मामले में शामिल हो सकती है।
सोशल मीडिया पर भी लोग बंट गए हैं — कुछ लोग इसे फंसाने की साज़िश मानते हैं तो कुछ इसे देशद्रोह का साफ मामला कहते हैं।
मौजूदा स्थिति (अगस्त 2025 तक)
ज्योति मल्होत्रा अभी भी जेल में हैं।
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 2500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस चार्जशीट में पुलिस ने यह दावा किया है कि ज्योति को पाकिस्तानी एजेंट्स ने पूरी तरह अपने मकसद के लिए इस्तेमाल किया और उसने संवेदनशील जानकारियां बाहर भेजी।
हरियाणा पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) ने अपनी जांच में पाया कि ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान के लिए एक टूलकिट की तरह काम कर रही थी। वह लगातार पाकिस्तानी एजेंट्स के संपर्क में थी और उन्हें गोपनीय जानकारियां मुहैया करवा रही थी।
निष्कर्ष
ज्योति मल्होत्रा का केस भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा सबक है।
यह केस दिखाता है कि किस तरह सोशल मीडिया की लोकप्रियता और डिजिटल स्पेस का इस्तेमाल करके विदेशी खुफिया एजेंसियां युवाओं को अपने जाल में फंसा सकती हैं।
इस केस का आने वाला ट्रायल और SIT की चार्जशीट ही तय करेगी कि ज्योति को आखिरकार कितनी सज़ा होगी और क्या वह सचमुच एक पाकिस्तानी एजेंट थीं या सिर्फ एक मोहरा।
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