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9 साल की मासूम को आया हार्ट अटैक: सीकर के स्कूल में इंटरवेल के दौरान बच्ची की मौत, उठे कई सवाल

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9 साल की एक मासूम बच्ची प्राची कुमावत की स्कूल में हार्ट अटैक से मौत हो गई। ये घटना दांतारामगढ़ स्थित आदर्श विद्या मंदिर में घटी। प्राची चौथी कक्षा की छात्रा थी

स्थान: दांता रामगढ़, सीकर, राजस्थान
घटना की तारीख: जुलाई 2025
पीड़िता: प्राची कुमावत, उम्र – 9 वर्ष, कक्षा – चौथी

सीकर स्कूल न्यूज़ – घटना का पूरा विवरण:

सीकर स्कूल न्यूज़

राजस्थान के सीकर जिले से एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मात्र 9 साल की एक मासूम बच्ची प्राची कुमावत की स्कूल में हार्ट अटैक से मौत हो गई। ये घटना दांतारामगढ़ स्थित आदर्श विद्या मंदिर में घटी। प्राची चौथी कक्षा की छात्रा थी और हर दिन की तरह आज भी वो स्कूल पहुंची थी, लेकिन आज का दिन उसके जीवन का आखिरी दिन बन गया।

इंटरवेल में अचानक बिगड़ी तबीयत

स्कूल में हार्ट अटैक से मौत

स्कूल स्टाफ के अनुसार, सुबह लगभग 11 बजे इंटरवेल हुआ। सभी बच्चे अपनी-अपनी टिफिन खोलकर खाना खा रहे थे। प्राची भी रोज की तरह बैठकर खाना खाने लगी। तभी उसे अचानक घबराहट हुई और वह जमीन पर गिर गई। उसके हाथ से टिफिन छूट गया और खाना बिखर गया।

स्टाफ तुरंत उसके पास पहुंचे और उसे संभाला। बच्ची की हालत नाजुक लग रही थी। 

प्राथमिक उपचार और रेफर

प्राची को तुरंत दांतारामगढ़ की सरकारी डिस्पेंसरी ले जाया गया, जहां उसे प्राथमिक उपचार मिला। हालत थोड़ी सामान्य हुई तो डॉक्टरों ने उसे सीकर के एस.के. हॉस्पिटल रेफर कर दिया। परिजनों को भी सूचना दी गई।

एंबुलेंस में मौत

प्राची को सीकर भेजने की तैयारी की गई। वह एंबुलेंस में शिफ्ट की जा रही थी, लेकिन इसी दौरान फिर से उसकी तबीयत बिगड़ गई। बच्ची को तेज घबराहट हुई और कुछ ही मिनटों में उसकी मौत हो गई। पूरे स्कूल में शोक की लहर दौड़ गई और तत्काल सभी बच्चों की छुट्टी कर दी गई।

कौन थी प्राची?

प्राची कुमावत, पप्पू कुमार की बेटी थी और भोमियाजी की ढाणी की निवासी थी। वह पढ़ाई में होशियार, व्यवहार में सीधी-सादी और अध्यापकों की चहेती थी।

बच्चों में हार्ट अटैक के बढ़ते मामले – चिंता का विषय

यह पहली बार नहीं है जब इतने छोटे बच्चे को हार्ट अटैक आया हो। बीते कुछ महीनों में कई रिपोर्ट सामने आई हैं जिनमें देखा गया कि कम उम्र में हार्ट संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक इसके पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं:

अनियमित खानपान

तनाव और मानसिक दबाव

शारीरिक गतिविधियों की कमी

जेनेटिक फैक्टर

अनजाने में जन्मजात हृदय रोग

डॉक्टरों की सलाह

बच्चों के रूटीन हेल्थ चेकअप जरूरी हैं, खासकर ECG वगैरह।

अगर बच्चा अचानक थकान, चक्कर, या घबराहट की शिकायत करे तो उसे नजरअंदाज न करें।

मोबाइल, टीवी, गैजेट्स के अत्यधिक इस्तेमाल से बचाएं और उन्हें खेलकूद में भाग लेने दें।

एक मासूम की मौत, कई सवाल…

9 साल की प्राची की असामयिक मौत केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है, यह समाज, स्कूल, और पैरेंट्स सभी के लिए एक आंखें खोलने वाली घटना है। क्या अब स्कूलों में भी बेसिक मेडिकल सुविधाएं अनिवार्य होनी चाहिए? क्या बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर हम लापरवाह हो रहे हैं?

श्रद्धांजलि

प्राची को ‘कहानी नाइट्स’ की ओर से श्रद्धांजलि।
ईश्वर उसके परिजनों को इस दुःख को सहने की शक्ति दे। यह घटना हमेशा याद दिलाती रहेगी कि जीवन कितना नाजुक है।

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Author

  • A.P.S Jhala

    मैं A.P.S JHALA, "Kahani Nights" का लेखक, हॉरर रिसर्चर और सच्चे अपराध का कहानीकार हूं। मेरा मिशन है लोगों को गहराई से रिसर्च की गई डरावनी और सच्ची घटनाएं बताना — ऐसी कहानियां जो सिर्फ पढ़ी नहीं जातीं, महसूस की जाती हैं। साथ ही हम इस ब्लॉग पर करंट न्यूज़ भी शेयर करेंगे ताकि आप स्टोरीज के साथ साथ देश विदेश की खबरों के साथ अपडेट रह सके। लेखक की लेखनी में आपको मिलेगा सच और डर का अनोखा मिश्रण। ताकि आप एक रियल हॉरर एक्सपीरियंस पा सकें।

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