खमेनेई हत्या योजना: इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने खुलासा किया कि वे ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खमेनेई की हत्या कर सकते थे। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका की अनुमति की कोई ज़रूरत नहीं थी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
खमेनेई हत्या योजना : इजरायल ने माना – “हम खमेनेई को मार सकते थे”
27 जून 2025, यरुशलम/नई दिल्ली —
इजरायल और ईरान के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बीच, इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने दुनिया को चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर जरूरत होती, तो इजरायल अयातुल्ला खमेनेई की हत्या कर सकता था।
इजरायल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ (Israel Katz) ने गुरुवार को एक और बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि हाल ही में हुए 12-दिन के संघर्ष के दौरान ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई को निशाना बनाकर हत्या की योजना तैयार की गई थी।
क्या कहा गैलेंट ने?
खमेनेई हत्या योजना : इजरायल के एक प्रमुख टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में गैलेंट ने कहा:
“अगर हमें अपनी सुरक्षा के लिए ऐसा करना पड़ता, तो हम अयातुल्ला खमेनेई को भी मार सकते थे। इस फैसले के लिए हमें अमेरिका की अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं थी।”
इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और पश्चिम एशिया की राजनीति में भूचाल ला दिया है।
लेकिन गुप्त खुफिया जानकारी के मुताबिक, खमेनेई समय रहते भूमिगत हो गए, जिसकी वजह से इजरायली सुरक्षा बल उन्हें खत्म नहीं कर सके।
“वो हमारी रडार पर थे, पर छिप गए”
“हमने खमेनेई को निशाना बना लिया था। उन्हें खत्म करना पूरी योजना का हिस्सा था। लेकिन जैसे ही उन्हें हमारे इरादों की भनक लगी, उन्होंने खुद को भूमिगत कर लिया और हमारी पहुंच से बाहर हो गए।”
इजरायल खमेनेई को क्यों मानता है खतरा?
खमेनेई – ईरान के सर्वोच्च नेता
अयातुल्ला अली खमेनेई ईरान के धार्मिक और राजनीतिक सर्वोच्च नेता हैं। इजरायल का आरोप है कि खमेनेई:
हिजबुल्लाह, हमास और इस्लामिक जिहाद जैसे संगठनों को समर्थन देते हैं
परमाणु हथियार कार्यक्रम को बढ़ावा देते हैं
इजरायल को नष्ट करने की विचारधारा को बढ़ावा देते हैं
इजरायल की रणनीति :
खमेनेई हत्या योजना : इजरायल ने हमेशा से “पूर्व-खतरा निष्कासन” (Pre-Emptive Strike) की नीति अपनाई है।
गैलेंट के अनुसार:
“हम अपनी सुरक्षा के लिए जो ज़रूरी होगा, वो करेंगे — चाहे वो खमेनेई को खत्म करना ही क्यों न हो।”
अमेरिका की अनुमति नहीं चाहिए?
खमेनेई हत्या योजना: गैलेंट ने यह भी कहा कि इस तरह के ऑपरेशन के लिए इजरायल को अमेरिका से हरी झंडी की जरूरत नहीं। उन्होंने कहा:
“हम एक स्वतंत्र राष्ट्र हैं। अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए हमें अमेरिका से पूछने की आवश्यकता नहीं।”
हालांकि, गैलेंट ने यह भी जोड़ा कि अमेरिका “हमारा मजबूत साथी” है और दोनों देशों के बीच रणनीतिक तालमेल बना रहेगा।
खमेनेई को इजरायल की खुली चेतावनी: “बंकर में ही रहें, वरना अंजाम नसरल्लाह जैसा हो सकता है”
खमेनेई हत्या योजना : इजरायल और ईरान के बीच चल रहे तीव्र तनाव के बीच इजरायल के रक्षा मंत्री इसराइल कैट्ज़ ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई को सीधी चेतावनी दी है।
हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि अब खमेनेई को मारने की कोई तत्काल योजना नहीं है, क्योंकि हालात युद्धविराम के बाद बदल गए हैं। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ दिया कि खमेनेई को अब भी खतरे की अनदेखी नहीं करनी चाहिए।
“जंग से पहले और जंग के बाद के हालात अलग होते हैं। हम अभी उन्हें निशाना नहीं बना रहे, लेकिन मेरी सलाह है कि वह बंकर में ही रहें,” – कैट्ज़
हसन नसरल्लाह से तुलना :
खमेनेई हत्या योजना : इस बयान में खास बात यह रही कि कैट्ज़ ने खमेनेई की तुलना हिजबुल्लाह के पूर्व प्रमुख हसन नसरल्लाह से की, जिसे इजरायल ने पिछले साल एक हमले में मार गिराया था।
उन्होंने कहा,
“खमेनेई को नसरल्लाह से सीखना चाहिए, जो वर्षों तक एक बंकर में छिपकर ही ज़िंदा रह पाया था। अगर खमेनेई को अपनी सुरक्षा चाहिए, तो उन्हें भी वही करना चाहिए।”
यह बयान सीधे तौर पर ईरान के नेतृत्व को चेतावनी देने जैसा है, जिसमें यह संकेत छुपा है कि यदि खतरा बना रहा तो इजरायल फिर से एक्शन ले सकता है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया क्या हो सकती है?
वैश्विक चिंता
खमेनेई हत्या योजना : इस तरह का बयान मध्य-पूर्व में युद्ध जैसे हालात को जन्म दे सकता है। अगर इजरायल वाकई खमेनेई जैसे शीर्ष नेता को निशाना बनाता है, तो ईरान पलटवार करने से नहीं चूकेगा।
ईरान की प्रतिक्रिया?
खमेनेई हत्या योजना : ईरानी सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान तेहरान के लिए उकसावे की कार्रवाई माना जाएगा।
क्या इजरायल और ईरान के बीच युद्ध आसन्न है?
इजरायल की खमेनेई को मारने की योजना और गैलेंट का यह बयान इस ओर इशारा करते हैं कि अब इजरायल, ईरान से जुड़े खतरों को खत्म करने के लिए आक्रामक नीति पर उतर आया है। इस बयान से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ेगा।
अगर आप जानना चाहते हैं कि आने वाले दिनों में इजरायल और ईरान के रिश्ते कैसे बदलेंगे, तो Kahani Nights को फॉलो करते रहें।
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