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राजा कोलंदर -16 लोगो का हत्यारा सबसे खतरनाक सीरियल किलर

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राजा कोलंदर दर्जनों लोगों की हत्या कर खोपड़ियाँ जमा करता है और उनकी सूची अपनी डायरी में रखता है, तब वह कहानी सामान्य नहीं रहती।

राजा कोलंदर

भारत में अपराधों की कहानियाँ अक्सर दर्दनाक होती हैं, लेकिन जब एक व्यक्ति दर्जनों लोगों की हत्या कर खोपड़ियाँ जमा करता है और उनकी सूची अपनी डायरी में रखता है, तब वह कहानी सामान्य नहीं रहती। यह कहानी है राजा कोलंदर की — एक ऐसा नाम जिसने उत्तर प्रदेश और पूरे देश को हिला दिया।

Netflix डॉक्यूसिरी “Indian Predator: The Diary of a Serial Killer ने इस मामले को दोबारा सुर्खियों में ला दिया।

👤 राजा कोलंदर कौन है?

राजा कोलंदर का असली नाम था राम निरंजन कोल। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले का निवासी यह व्यक्ति बाहर से एक सामान्य इंसान नजर आता था। वह अपने क्षेत्र में थोड़ा बहुत राजनीतिक संपर्क भी रखता था। वह विवाहित था, बच्चे थे, खेती-बाड़ी करता था और किसी को भनक तक नहीं थी कि वह अपने अंदर एक दरिंदा छिपाए हुए है।

राजा कोलंदर की सोच एक मानसिक विकार से ग्रस्त थी। वह अपने शिकारों को मारकर उनके अंगों के टुकड़े करता और खोपड़ी को सहेजकर रखता। उसका मानना था कि ये खोपड़ियाँ उसे ताकत देती हैं।

कहानी की शुरुआत – एक पत्रकार की हत्या

साल था 2000। प्रयागराज (तब का इलाहाबाद) के एक पत्रकार धीरेंद्र सिंह अचानक लापता हो गए। वे अपराध और राजनीति पर तीखी और सटीक रिपोर्टिंग करते थे। जब उनका कुछ अता-पता नहीं चला तो पुलिस ने जांच शुरू की।

कुछ समय बाद उनका जला हुआ शव एक कार के अंदर बरामद हुआ। उनके शव की हालत देख पुलिस समझ गई कि यह कोई सामान्य हत्या नहीं है। जांच के दौरान कई सुराग राजा कोलंदर की ओर इशारा करने लगे।

जब पुलिस ने राजा को गिरफ्तार किया और उसके फार्महाउस की तलाशी ली, तब खुला सीरियल किलिंग का खौफनाक राज।

📖 “राजा की डायरी” और 14 खोपड़ियाँ

राजा के घर से एक डायरी मिली जिसमें 14 नाम लिखे थे — वे लोग जिनकी हत्याएं वह कर चुका था या करने की योजना बना रहा था। इसके अलावा पुलिस ने वहां से 14 मानव खोपड़ियाँ, कई हड्डियाँ और कुछ अधजले अवशेष बरामद किए।

इन सबूतों ने राजा कोलंदर को सिर्फ एक आरोपी नहीं, बल्कि एक सीरियल किलर साबित कर दिया।

वह डायरी राजा के दिमाग की झलक थी — योजनाएं, नाम, तारीखें, और उनकी मौत के तरीके। यही कारण है कि मीडिया ने उसे नाम दिया – “The Diary Killer”

🧠 मानसिक स्थिति और विकृत सोच

राजा कोलंदर मानसिक रूप से विक्षिप्त नहीं था — अदालत ने उसे मानसिक रूप से सक्षम पाया। लेकिन उसकी सोच बेहद बीमार और अजीब थी।

उसने अपने बेटों के नाम रखे – “अदालत” और “जमानत”

अपनी पत्नी को “फूलन देवी” कहकर बुलाता था

उसका मानना था कि हत्या से वह ताकतवर बनता है

वह सोचता था कि पत्रकार, पढ़े-लिखे लोग और समाज के ऊंचे वर्ग उसके लिए खतरा हैं

राजा खुद को एक क्रांतिकारी समझता था जो ‘गलत लोगों’ को खत्म कर रहा है।

हत्या के तरीके और सबूतों की सच्चाई

राजा कोलंदर शिकारों को बेहद बर्बरता से मारता था। वह:

पहले उन्हें विश्वास में लेता था

फिर हत्या करता, और शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर देता

कुछ हिस्सों को जलाता और कुछ खोपड़ियों को संग्रह करता

हत्या के बाद वह अपनी डायरी में उसका नाम और तारीख लिखता

धीरेंद्र सिंह के अलावा उसने अपने रिश्तेदार मनोज कुमार सिंह और उनके ड्राइवर रवि श्रीवास्तव को भी मारा था। हत्या के बाद शव को जला दिया गया, पर हड्डियों के अवशेष बाद में मिले।

🔍 खुलासे पर खुलासे

धीरेंद्र सिंह की हत्या के बाद पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की, तब उसने दो और लोगों की हत्या की बात स्वीकार की — मनोज कुमार सिंहरवि श्रीवास्तव। उसने शवों के टुकड़े किए, उन्हें अलग-अलग स्थानों पर फेंका और खोपड़ियाँ अपने फार्महाउस में संभाल कर रखी।

राजा कोलंदर का मानना था कि दुश्मनों की खोपड़ी को रखने से शक्ति मिलती है*। यह एक आदिवासी तांत्रिक विचारधारा से प्रेरित था जिसे वह पालन करता था।

⚖️ पुलिस और न्याय प्रक्रिया

राजा कोलंदर के खिलाफ मुकदमा चलाने में पुलिस को वर्षों लग गए। वह बेहद शातिर था — पूछताछ में गोलमोल जवाब देता, सबूत मिटा देता और गवाहों को धमकाता था। धीरेंद्र सिंह की हत्या के बाद पुलिस ने राजा को हिरासत में लिया। जांच के दौरान उसके फार्महाउस से मिले सबूतों ने उसकी क्रूरता की पोल खोल दी। लेकिन कोर्ट में मुकदमा चलाना आसान नहीं था।

लेकिन पुलिस की मेहनत और वैज्ञानिक सबूतों के आधार पर अंततः 2025 में लखनऊ की एक अदालत ने राजा कोलंदर और उसके साथी बछराज कोल को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

यह मुकदमा लगभग 25 साल चला। लेकिन आखिरकार पीड़ित परिवारों को न्याय मिला।

मामला 25 साल पुराना था लेकिन न्याय की जीत

🎥 Netflix की डॉक्यूसिरी – Indian Predator

2022 में Netflix पर रिलीज हुई “Indian Predator: The Diary of a Serial Killer” ने इस केस को फिर से दुनिया के सामने लाया। यह एक तीन भागों की डॉक्यूसिरी थी जिसमें:

  • राजा कोलंदर के खुद के इंटरव्यू
  • पुलिस अधिकारियों के बयान
  • पत्रकारों और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय

पीड़ित परिवारों की भावनाएं

सब कुछ बेहद विस्तार और वास्तविकता के साथ दिखाया गया।

इस डॉक्यूसिरी ने पूरी दुनिया को दिखाया कि भारत में भी एक ऐसा सीरियल किलर रहा है जो विकृति की हदें पार कर चुका था।

📚 समाज के लिए सबक

राजा कोलंदर की कहानी हमें बहुत कुछ सिखाती है:

  1. हर सामान्य दिखने वाला इंसान जरूरी नहीं कि सामान्य हो।
  2. अपराधी कोई भी हो सकता है — पढ़ा-लिखा, शादीशुदा, राजनैतिक संपर्क वाला।
  3. कानून की धीमी प्रक्रिया के बावजूद न्याय मिलता है।
  4. मानसिक बीमारी और हिंसा के बीच की रेखा बेहद महीन है।

यह घटना समाज को चेतावनी देती है कि सतह के नीचे क्या चल रहा है, यह नजरों से नहीं, समझ और सतर्कता से पता चलता है।

🧩 अंतिम निष्कर्ष

राजा कोलंदर एक ऐसा नाम है जो भारतीय अपराध इतिहास के सबसे भयानक और जघन्य अपराधियों में से एक माना जाएगा। उसकी डायरी में दर्ज नाम केवल हत्याओं की गिनती नहीं थे, वे उन जिंदगियों की चीखें थीं जो कभी सुनी नहीं गईं।

उसकी कहानी एक चेतावनी है — राक्षस हमारे बीच ही रहते हैं, कभी-कभी बिल्कुल साधारण चेहरे में छिपे हुए। जरूरत है तो सिर्फ उन्हें पहचानने की।

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Author

  • A.P.S Jhala

    मैं A.P.S JHALA, "Kahani Nights" का लेखक, हॉरर रिसर्चर और सच्चे अपराध का कहानीकार हूं। मेरा मिशन है लोगों को गहराई से रिसर्च की गई डरावनी और सच्ची घटनाएं बताना — ऐसी कहानियां जो सिर्फ पढ़ी नहीं जातीं, महसूस की जाती हैं। साथ ही हम इस ब्लॉग पर करंट न्यूज़ भी शेयर करेंगे ताकि आप स्टोरीज के साथ साथ देश विदेश की खबरों के साथ अपडेट रह सके। लेखक की लेखनी में आपको मिलेगा सच और डर का अनोखा मिश्रण। ताकि आप एक रियल हॉरर एक्सपीरियंस पा सकें।

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