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चेनाब रेल ब्रिज: दुनिया का सबसे ऊँचा (359 मीटर) रेलवे आर्च ब्रिज

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चेनाब रेल ब्रिज 359 मीटर ऊँचाई पर बसे इस विश्व-स्तरीय रेलवे आर्च ब्रिज का विस्तृत परिचय, इंजीनियरिंग चुनौतियाँ, निर्माण एजेंसियाँ और प्रमुख इंजीनियर्स की कहानी।

चेनाब रेल ब्रिज

चेनाब रेल ब्रिज :भारत के जम्मू-कश्मीर में बसी वादी में बहने वाली चेनाब नदी पर स्थित चेनाब ब्रिज दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे आर्च ब्रिज है। 359 मीटर की ऊँचाई पर टिका यह पुल ईफेल टावर से भी 35 मीटर ऊँचा है, और भारतीय रेल के जम्मू–बरामूला परियोजना का अभिन्न हिस्सा है ।

मेरा आत्मिक कनेक्शन: जब मैंने पहली बार इस पुल की तस्वीर देखी, मेरी रूह कांप उठी — इतनी ऊँचाई पर इतनी नाजुकता के बीच हिमालयी हवाओं का सामना! मुझे विश्वास है कि आपको भी यह कहानी उतनी ही रोमांचक लगेगी जितनी मुझे।


चेनाब रेल ब्रिज :डिजाइन एवं निर्माण

संरचना

प्रकार: डेक आर्च ब्रिज

लंबाई: कुल 1,315 मीटर

आर्च स्पैन: 467 मीटर

ऊँचाई (नदी के तल से): 359 मीटर ।

निर्माण सामग्री (H3)

स्टील और कंक्रीट का प्रयोग

Corten स्टील का उपयोग, जो जंग-रोधी है ।


निर्माण टीम और एजेंसियाँ

  1. Indian Railways (Northern Railways): मालिक और मेंटेनेंस एजेंसी ।
  2. Konkan Railway Corporation: परियोजना संचालन और ठेके का प्रमुख एजेंट ।
  3. Afcons Infrastructure Ltd.: मुख्य ठेकेदार जिसने ऑन-साइट कंस्ट्रक्शन किया।
  4. WSP Finland: मुख्य डिज़ाइनिंग फर्म ।
  5. Leonhardt, Andrä und Partner: आर्च डिज़ाइन विशेषज्ञ।
  6. Vienna Consulting Engineers: पाइलॉन डिज़ाइन में सहायता।
  7. DRDO: रेल ब्रिज को विस्फोट-रोधी बनाने का तकनीकी सहयोग।
  8. IISc Bengaluru: फाउंडेशन सुरक्षा के अध्ययन में योगदान, विशेषकर भू-तकनीकी सलाह के लिए ।

इन सबके समन्वित प्रयास से ही यह पुल भूकंपीय क्षेत्र में भी सुरक्षित बना रहा।


प्रमुख इंजीनियर: डॉ. G. माधवी लता

भारत के इस इंजीनियरिंग चमत्कार के पीछे डॉ. Gali Madhavi Latha का 17 वर्ष का समर्पित योगदान है। वे IISc, बैंगलोर में सिविल इंजीनियरिंग की प्रोफेसर हैं और भू-तकनीकी (Geotechnical) डिजाइन की चीफ़ विशेषज्ञ ।

“इस प्रोजेक्ट पर काम करना जीवनभर का अनुभव रहा,” डॉ. लता ने हाल ही में कहा।

छोटे गाँव से निकलकर राष्ट्रीय अवसंरचना परियोजना का हिस्सा बनने तक उनका सफर प्रेरणादायक है।


चेनाब रेल ब्रिज :इंजीनियरिंग चुनौतियाँ और समाधान

भू-तकनीकी जटिलताएँ: टूटते पहाड़ी ढलानों के बीच मजबूत नींव।

समाधान: अत्याधुनिक जियो-इंजीनियरिंग अध्ययन और कंक्रीट ग्राउटिंग।

भूकंपीय जोन: सेजलोन V में स्थित।

समाधान: डायनामिक लोड कैलकुलेशन और रेडंडेंट स्ट्रक्चरल डिज़ाइन।

तेज़ हवाएं (260 किमी/घंटा तक):

समाधान: विंड टनल टेस्टिंग और ऐरोडायनामिक शेप अप्लिकेशन।

सुरक्षा:

ब्लास्ट-प्रूफिंग तकनीक (DRDO) ।

24×7 स्ट्रक्चरल हेल्थ मॉनिटरिंग सेंसर्स।

चेनाब रेल ब्रिज के निर्माण में कितना समय लगा?

चेनाब रेल ब्रिज का निर्माण कार्य लगभग 18 वर्षों तक चला, जो इसे भारत की सबसे चुनौतीपूर्ण और लंबी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में से एक बनाता है।

निर्माण की टाइमलाइन (Timeline):

वर्ष विवरण

2002 परियोजना की योजना और भूगर्भीय अध्ययन शुरू हुए
2004 ब्रिज के डिजाइन पर काम शुरू हुआ
2008 निर्माण कार्य शुरू हुआ, लेकिन सुरक्षा और डिज़ाइन कारणों से अस्थायी रूप से रोका गया
2010-2012 डिज़ाइन को संशोधित कर फिर से निर्माण शुरू किया गया
2017 स्टील आर्च का निर्माण जोरों पर
2021 मेन आर्च का “गोल्डन जॉइंट” पूरा किया गया
2022 सुपर-स्ट्रक्चर और ट्रैक बिछाने का कार्य पूरा हुआ
2023 ब्रिज पर पहली बार ट्रायल ट्रेन दौड़ी
2025 (जून) औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया

कुल समय: लगभग 18 वर्ष (2002–2025)


उद्घाटन और सामरिक महत्व

चेनाब रेल ब्रिज :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पुल का उद्घाटन 6 जून 2025 को किया ।

रणनीतिक लाभ:

केवल पर्यटक नहीं, बल्कि सेना की लॉजिस्टिक: त्वरित ट्रूप मूवमेंट।

कश्मीर कनेक्टिविटी: नई अर्थव्यवस्था और पर्यटन को प्रोत्साहन।

FAQ सेक्शन :

1.चेनाब रेल ब्रिज कहाँ स्थित है?

जवाब: यह ब्रिज जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में चेनाब नदी पर स्थित है।

2. Chenab Bridge को देखने के लिए आम नागरिक जा सकते हैं क्या?

जवाब: यह रेलवे संरचना है, लेकिन ट्रेनों के चलने के बाद इसे यात्रा के दौरान देखा जा सकेगा।

3. यह पुल Eiffel Tower से कितना ऊँचा है?

जवाब: Chenab Bridge Eiffel Tower से लगभग 35 मीटर ऊँचा है।


चेनाब रेल ब्रिज सिर्फ एक पुल नहीं, यह भारत के इंजीनियरिंग कौशल, दृढ़ संकल्प और राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक है। डॉ. माधवी लता जैसे विशेषज्ञों और टीम वर्क की बदौलत हमने हिमालय के हृदय में इस चमत्कार को साकार होते देखा। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दशकों तक यह बनारसी पताका की तरह लहराएगा और नई पीढ़ी को आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा।

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Author

  • A.P.S Jhala

    मैं A.P.S JHALA, "Kahani Nights" का लेखक, हॉरर रिसर्चर और सच्चे अपराध का कहानीकार हूं। मेरा मिशन है लोगों को गहराई से रिसर्च की गई डरावनी और सच्ची घटनाएं बताना — ऐसी कहानियां जो सिर्फ पढ़ी नहीं जातीं, महसूस की जाती हैं। साथ ही हम इस ब्लॉग पर करंट न्यूज़ भी शेयर करेंगे ताकि आप स्टोरीज के साथ साथ देश विदेश की खबरों के साथ अपडेट रह सके। लेखक की लेखनी में आपको मिलेगा सच और डर का अनोखा मिश्रण। ताकि आप एक रियल हॉरर एक्सपीरियंस पा सकें।

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