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गुड़ियों का शापित टापू – बंगाल का रहस्यमयी गाँव जहाँ मृत आत्माओं की पूजा होती है

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शापित टापू : हमारे भारत में, खासकर पश्चिम बंगाल और झारखंड की सीमाओं के पास, एक ऐसा इलाका है जहाँ गुड़ियों की पूजा मृत आत्माओं के लिए की जाती है

शापित टापू

क्या सिर्फ मेक्सिको में ही होती है गुड़ियों की पूजा?

नमस्ते दोस्तों, मैं A.P.S JHALA स्वागत करता हूँ आपको एक और डरावनी, रहस्यमयी और सच्ची कहानी में। आज हम बात करेंगे भारत के ऐसे गाँव की, जहाँ गुड़ियों से जुड़ा रहस्य आपको हिला देगा। आपने “Isla de las Muñecas” यानी Doll Island के बारे में जरूर सुना होगा… लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे भारत में, खासकर पश्चिम बंगाल और झारखंड की सीमाओं के पास, एक ऐसा इलाका है जहाँ गुड़ियों की पूजा मृत आत्माओं के लिए की जाती है?

चलिए, आज मैं आपको लेकर चलता हूँ भारत के उस छुपे हुए काले रहस्य की ओर…


शापित टापू : शुरुआत कहाँ से हुई – बंगाल का वह अजीब सा गाँव

इस रहस्यमयी जगह की शुरुआत एक भयावह घटना से हुई थी। कहते हैं कि करीब 70 साल पहले, एक बच्ची की रहस्यमयी मौत के बाद गांव के लोगों ने वहां एक पेड़ पर उसकी गुड़िया टांग दी, ताकि उसकी आत्मा शांति पा सके। पर दोस्तों, उसके बाद क्या हुआ – सुनकर रूह कांप जाती है।

उस गुड़िया के आसपास रात में अजीब सी आवाजें आने लगीं – जैसे कोई बच्ची हँस रही हो… या रो रही हो। और तभी से वहाँ लोगों ने हर आत्मा को एक गुड़िया समर्पित करना शुरू कर दिया।

क्या आप भी सोच रहे हैं कि क्या वाकई गुड़िया में आत्मा बस सकती है? चलिए आगे चलते हैं…


गांव का डर – जहाँ हर घर में है एक ‘मरे हुए इंसान की गुड़िया’

शापित टापू :इस गाँव में आज भी कई लोग मानते हैं कि कोई मरता है तो उसकी याद और आत्मा को शांत करने के लिए उसकी एक गुड़िया बनाई जाती है – कपड़े, बाल और यहाँ तक कि पहचान के निशान के साथ। उसे खास अनुष्ठानों से पूजित किया जाता है।

मैं जब वहाँ गया, तो मेरे सामने एक 80 साल की औरत आई और बोली – “बाबू, वो देखो मेरी बहु की आत्मा है… अब वो गुड़िया में रहती है।” सुनकर पैरों तले ज़मीन खिसक गई।

क्या आप इस तरह की जगह पर रात गुजार सकते हैं?


गुड़ियों का पेड़ – भारत का अपना “Doll Tree”

शापित टापू :गाँव के पास एक पुराना बट का पेड़ है, जहाँ 50 से ज्यादा गुड़ियाँ टांगी गई हैं। ये गुड़ियाँ बेहद डरावनी लगती हैं – कुछ के सिर नहीं हैं, कुछ की आँखें बाहर निकली हुई हैं और कुछ पेड़ की डालियों से लटकी हैं।

स्थानीय लोगों का मानना है कि ये आत्माओं को रास्ता दिखाती हैं… और किसी बाहरी व्यक्ति को पास नहीं जाने देतीं।

मैंने वहाँ एक बात महसूस की – जैसे कोई मुझे लगातार देख रहा हो। क्या ये केवल मेरा भ्रम था या कुछ और?


काले जादू और तंत्र साधना का केंद्र?

शापित टापू :यह इलाका सिर्फ गुड़ियों तक ही सीमित नहीं है। यहाँ के कुछ बाबा और ओझा कहते हैं कि ये जगह “गुड़िया वशीकरण तंत्र” की साधना के लिए उपयुक्त मानी जाती है। गुड़ियों पर मन्त्र पढ़े जाते हैं, उन्हें चढ़ाया जाता है, और फिर…?

कई बार लोगों ने कहा कि उन गुड़ियों की आंखें हिलती हुई देखी गईं।

क्या ये कोई प्राचीन काली विद्या है? या सिर्फ हमारी कल्पना?


महिलाओं और बच्चों की आत्माएं क्यों बसी हैं गुड़ियों में?

विशेष बात ये है कि अधिकतर गुड़ियों को महिला या बच्ची के रूप में सजाया गया है। ये दर्शाता है कि शायद इनकी आत्माएं ही इस स्थान को घेरकर बैठी हैं। ग्रामीणों के अनुसार, अगर कोई बाहरी शख्स इन गुड़ियों के साथ खिलवाड़ करता है, तो उसे भयानक सपना, बुखार, या मानसिक परेशानी होती है।

मुझे एक युवक मिला जो यहाँ से 6 महीने पहले लौटा था – उसके शब्द थे, “मैं अब भी हर रात उस गुड़िया की आंखें देखता हूँ।”

क्या आप यकीन करेंगे?


रात का अनुभव –

शापित टापू :कुछ यूटुबेर्स ने वहा रात गाँव में रुकने की कोशिश की। 1:35 बजे, एक तेज़ हवा चली और अचानक पास में रखी एक गुड़िया ज़मीन पर गिर गई। साफ़ लगा जैसे किसी ने धीरे से गर्दन के पास फूँक मारी हो…

तुरंत वहाँ से निकलने का फैसला लिया। कैमरा उस समय बंद हो गया – खुद-ब-खुद।

क्या आत्माओं का कैमरा बंद करना मुमकिन है?


सरकारी दस्तावेज़ों और शोधकर्ताओं की राय

शापित टापू :कुछ researchers और anthropologists का मानना है कि यह जगह “सामूहिक विश्वास” और “trauma-based memory tradition” का उदाहरण है – यानी जब कोई समाज किसी घटना को बहुत गहराई से महसूस करता है, तो वह उसे स्थायी बना देता है – एक प्रतीक के रूप में।

लेकिन सवाल ये है कि हर कैमरा यहाँ जाकर क्यों बंद हो जाता है?


क्या यह जगह घूमने लायक है?

शापित टापू :अगर आप एडवेंचर पसंद करते हैं, तो यह जगह आपको “real horror” का अनुभव दे सकती है। लेकिन मेरी सलाह रहेगी – बिना स्थानीय अनुमति और एक जानकार गाइड के वहाँ ना जाएं।

क्या आप खुद ऐसी किसी रहस्यमयी जगह पर जाने की हिम्मत रखते हैं? कमेंट करके बताइएगा…


🧳 कैसे पहुंचे ? (रहस्यमय गाँव – West Bengal/Jharkhand Border)

शापित टापू :राज्य: पश्चिम बंगाल की सीमावर्ती गाँव (सटीक लोकेशन locals ही बताते हैं)

बेस्ट टाइम: October से March

कैसे जाएं: Kolkata से Purulia district और फिर गाँव तक लोकल गाइड के साथ

ध्यान रखें: वहाँ कोई official tourism नहीं है – ये पूरी तरह local मान्यताओं और रहस्य से जुड़ा है


अंतिम बात – क्या आत्मा वाकई गुड़ियों में बसती है?

शापित टापू :दोस्तों, हम कई बार फिल्मों में ऐसा देखते हैं – “Annabelle”, “Chucky”, “The Boy” – लेकिन क्या भारत में भी वैसा ही कुछ सच में है?

मैं A.P.S JHALA, इस सवाल के जवाब में बस इतना कहूँगा – “कुछ कहानियाँ काल्पनिक नहीं होतीं… वो बस किसी और की ज़िंदगी की हकीकत होती हैं।”


अगर आपको यह लेख पसंद आया, तो इसे अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करें, और “Kahani Nights” पर जुड़ते रहें ऐसी और डरावनी कहानियों के लिए।

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Author

  • A.P.S Jhala

    मैं A.P.S JHALA, "Kahani Nights" का लेखक, हॉरर रिसर्चर और सच्चे अपराध का कहानीकार हूं। मेरा मिशन है लोगों को गहराई से रिसर्च की गई डरावनी और सच्ची घटनाएं बताना — ऐसी कहानियां जो सिर्फ पढ़ी नहीं जातीं, महसूस की जाती हैं। साथ ही हम इस ब्लॉग पर करंट न्यूज़ भी शेयर करेंगे ताकि आप स्टोरीज के साथ साथ देश विदेश की खबरों के साथ अपडेट रह सके। लेखक की लेखनी में आपको मिलेगा सच और डर का अनोखा मिश्रण। ताकि आप एक रियल हॉरर एक्सपीरियंस पा सकें।

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