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बेंगलुरु महालक्ष्मी 59 टुकड़े हत्याकांड: भारत के सबसे खौफनाक अपराधों में से एक

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महालक्ष्मी Murder Case जिसे “Bangalore 59 Pieces Case” भी कहा जाता है, ने सभी को स्तब्ध कर दिया

महालक्ष्मी

विषय सूची

परिचय

भारत में अपराध की कई सनसनीखेज कहानियाँ सुनी जाती हैं, लेकिन महालक्ष्मी Murder Case जिसे “Bangalore 59 Pieces Case” भी कहा जाता है, ने सभी को स्तब्ध कर दिया। यह घटना न केवल क्रूरता की हदें पार करती है, बल्कि इंसानी सोच को भी सवालों के घेरे में खड़ा करती है। बेंगलुरु जैसे आधुनिक और शिक्षित शहर में ऐसी बर्बरता की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।

अपराध स्थल और घटना का खुलासा

फरवरी 2024 की एक सुबह, महालक्ष्मी लेआउट के एक फ्लैट से लगातार आ रही दुर्गंध से परेशान होकर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जब दरवाजा तोड़ा, तो वहां फ्रिज में रखे 59 बॉडी पार्ट्स बरामद हुए। कमरा खून से सना हुआ था और हर कोने में प्लास्टिक की शीट्स लगी थीं, जिससे पता चलता था कि हत्या योजनाबद्ध थी।

महालक्ष्मी पीड़िता कौन थी?

शव की पहचान महालक्ष्मी के रूप में हुई, जो आंध्र प्रदेश की रहने वाली थी और बेंगलुरु में एक निजी कंपनी में काम करती थी। वह आरोपी प्रीतम कुमार के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थी। जानकारों के मुताबिक, उनका रिश्ता हाल के महीनों में तनावपूर्ण हो गया था।

आरोपी और उसके इरादे

प्रीतम कुमार नाम का यह युवक उत्तर भारत से बेंगलुरु आया था और एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता था। दिखने में साधारण लेकिन अंदर से हिंसक प्रवृत्ति का था। वह अनिता के प्रति अत्यधिक संशयी और नियंत्रक था। उसे शक था कि अनिता उसका साथ छोड़ना चाहती थी।

हत्या की योजना और क्रियान्वयन

यह हत्या अचानक नहीं हुई। आरोपी ने महीनों पहले प्लान बनाना शुरू किया। उसने ऑनलाइन साइट्स से बॉडी कटर, प्लास्टिक शीट्स, डीप फ्रीजर और केमिकल्स मंगवाए।

हत्या वाले दिन उसने पहले अनिता को नशीली दवा दी और जब वह बेहोश हुई, तब उसकी हत्या कर दी। फिर उसने धीरे-धीरे शव को टुकड़ों में काटा और उन्हें छुपाने के लिए फ्रिज में रखा। फ्लैट को प्लास्टिक से ढक दिया गया ताकि खून दीवारों पर न लगे। हत्या के बाद प्रीतम ने महालक्ष्मी के शव को 59 टुकड़ों में काटकर 19 दिनों तक फ्रीज़र में छिपाकर रखा।”

महालक्ष्मी

जांच और पुलिस की रणनीति

पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ मिलकर हर साक्ष्य को इकट्ठा किया। आरोपी के मोबाइल और लैपटॉप से कई डिजिटल सबूत मिले। हत्या के बाद आरोपी ने फ्लैट को अच्छे से साफ किया था, लेकिन CCTV और कॉल रिकॉर्ड्स से उसके झूठ का पर्दाफाश हुआ।”इस बीच कमरे से बरामद उस फ्रीज को भी जांच के लिए भेज दिया गया फॉरेंसिक लेब पहुचा दिया गया । पुलिस ने जानकारी दी है कि आरोपी ओडिशा के भद्रक ज़िले में स्थित धुसूरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत मृत अवस्था में पाया गया। घटनास्थल से बरामद आरोपी की डायरी में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिससे पूरे मामले की सच्चाई सामने आ गई है।

महालक्ष्मी

डिजिटल सबूत और टेक्नोलॉजी की भूमिका

प्रीतम की गूगल सर्च हिस्ट्री में “how to cut a body,” “acid disposal” जैसी खोजें मिलीं। उसने डार्क वेब फोरम्स पर बॉडी डिस्पोजल से संबंधित पोस्ट भी देखे थे। इन सबका उपयोग पुलिस ने उसके खिलाफ पुख्ता केस बनाने में किया।

मीडिया की भूमिका और जन-प्रतिक्रिया

Mahalakshmi Murder Case ने रातोंरात मीडिया की सुर्खियों में जगह बना ली। टेलीविजन चैनल्स ने इस मामले की चौबीसों घंटे कवरेज की। सोशल मीडिया पर #JusticeForAnita ट्रेंड करने लगा।

कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसे महिला सुरक्षा से जोड़ते हुए राज्य सरकार से सख्त कानूनों की मांग की।

आपराधिक मानसिकता की पड़ताल

मनोविश्लेषकों के अनुसार आरोपी को Obsessive Love Disorder (OLD)इमोशनल डिसऑर्डर कभी इलाज नहीं हो सका।

यह केस बताता है कि किस तरह असंतुलित मानसिकता, प्यार की आड़ में हिंसा को जन्म देती है।

समाज पर प्रभाव और महिला सुरक्षा की चिंता

इस केस ने भारतीय समाज को फिर सोचने पर मजबूर कर दिया — क्या हम रिश्तों की गिरती गुणवत्ता और मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से नहीं ले रहे? महिलाएं अपने ही घरों में असुरक्षित महसूस कर रही हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को mental health screening को अनिवार्य करना चाहिए, खासकर कॉरपोरेट वर्क कल्चर में।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. Mahalakshmi Murder Case कब हुआ?

यह सनसनीखेज हत्याकांड फरवरी 2024 में बेंगलुरु के महालक्ष्मी लेआउट में सामने आया।

2. इस केस में कितने टुकड़े पाए गए थे?

पीड़िता के शरीर के 59 टुकड़े फ्रिज में पाए गए थे।

3. आरोपी कौन है?

आरोपी का नाम प्रीतम कुमार है, जो पीड़िता का प्रेमी था और बेंगलुरु में आईटी प्रोफेशनल के रूप में काम करता था।

4. क्या यह हत्या पूर्व-नियोजित थी?

हाँ, आरोपी ने महीनों पहले बॉडी डिस्पोजल की योजना बना ली थी और संबंधित उपकरण भी खरीदे थे।

5. क्या आरोपी मानसिक रूप से बीमार था?

मनोवैज्ञानिक जांच जारी है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट्स में Obsessive Love Disorder की संभावना जताई गई है।

निष्कर्ष

Bangalore 59 Pieces Case यानी Mahalakshmi Murder Case केवल एक हत्या नहीं, बल्कि आधुनिक समाज की खामियों का दर्पण है — जहाँ प्यार में पागलपन, मानसिक अस्थिरता, और डिजिटल संसाधनों का गलत इस्तेमाल खतरनाक नतीजों तक ले जाता है। यह केस हमें मानवता, कानून और मानसिक स्वास्थ्य के बीच संतुलन पर सोचने को मजबूर करता है।

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Author

  • A.P.S Jhala

    मैं A.P.S JHALA, "Kahani Nights" का लेखक, हॉरर रिसर्चर और सच्चे अपराध का कहानीकार हूं। मेरा मिशन है लोगों को गहराई से रिसर्च की गई डरावनी और सच्ची घटनाएं बताना — ऐसी कहानियां जो सिर्फ पढ़ी नहीं जातीं, महसूस की जाती हैं। साथ ही हम इस ब्लॉग पर करंट न्यूज़ भी शेयर करेंगे ताकि आप स्टोरीज के साथ साथ देश विदेश की खबरों के साथ अपडेट रह सके। लेखक की लेखनी में आपको मिलेगा सच और डर का अनोखा मिश्रण। ताकि आप एक रियल हॉरर एक्सपीरियंस पा सकें।

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